पहले सी वो बाते कहाँ पहले सी वो बाते कहाँ
संस्कृति को ना भूले संस्कृति को ना भूले
वसुधैव कुटुंबकम का नारा तो हम सब देते है... लेकिन क्या इस नारे में ‘वैसे’ लोग आ सकते है...? वसुधैव कुटुंबकम का नारा तो हम सब देते है... लेकिन क्या इस नारे में ‘वैसे’ लोग आ ...
वसुदेव कूटुंबकम के मायने वसुदेव कूटुंबकम के मायने
जाति धर्म से परे प्रेम का धर्म निभाते हैं जाति धर्म से परे प्रेम का धर्म निभाते हैं
हर कदम पर अलग है ढंग हर कदम पर अलग है ढंग